स्वस्थ जीवनशैली हासिल करना कई लोगों की सपना होता है. जैसे कि नियमित रूप से जिम जाना, संतुलित आहार खाना, पर्याप्त नींद लेना और अपने तनाव के स्तर को कम करना, परिवार के साथ वक़्त बिताना आदि।
इसके लिए वे लगातार संघर्ष करते हैं। परन्तु, जीवन में अधिक व्यस्तता, प्रेरणा में कमी, अनियमित प्रबंधन जैसे कई कारणों रुकावट पैदा करते हैं. लेकिन कुछ सरल बदलावों और वादों के साथ, आपका दिनचर्या को सरल बनाना संभव है।
इन बदलावों के लिए छोटे-छोटे आदतों को अपनाकर प्रतिदिन की शुरूवात करना होगा। उदाहरण के लिए, अपने दिन में 10 मिनट के व्यायाम को शामिल करें और धीरे-धीरे इसकी अवधि बढ़ाएं।
इसी तरह, अस्वास्थ्यकर खाद्य विकल्पों को स्वस्थ भोजन के साथ बदलने की कोशिश करें, जैसे कि ताजी फलों और सब्जियों को शामिल करना। यदि आप एक स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखने की कोशिश में लगे रहते हैं, तो यह लेख आपके लिए मददगार होने वाला है। इस लेख में विभिन्न टिप्स और विस्तृत गाइड मिलेगा।
1. जीवनशैली को प्रभावित करने वाले कारक
1a. जीवन की प्राथमिकतायें
कोई भी इंसान दुनिया के हर सुख-वैभव को हासिल नही कर सकता है। और ना ही सभी चीजों को हासिल कर पायेगा। इसलिए हमें तय करना होगा की हमारे जीवन में सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकताएं किन चीजों की है। इसी आधार पर हमारा जीवनशैली निर्भर करता है।
1b. व्यक्तिगत लक्ष्य
प्रत्येक मनुष्य का बौद्धिक और शारीरिक क्षमताएं एक दुसरे से बहुत अलग-अलग होता है। इसीलिए सबके रुचियाँ में भी फर्क नजर आता है।
यही कारण है कि एक ही कक्षा में पढ़ाई करने वाले छात्रों में कोई अधिकारी, तो कोई शिक्षक, कोई क्रिकेटर, बिज़नसमैन या किसान आदि बनना चाहते हैं। इन प्रत्येक पेशों में जीवनशैली भी विभिन्न होता है।
1c. सामाजिक एवं सांस्कृतिक प्रभाव
व्यक्ति के सोच-विचार पर सबसे अमिट प्रभाव समाज और धर्म से होता है। क्योंकि सबको समाजिक और धार्मिक रीतिरिवाज बचपन से ही सिखाया जाता है। हम इन्हीं नियमों का अनुपालन जीवन के अंतिम क्षण तक करते हैं।
1d. शिक्षा एवं आय
शिक्षा व्यक्तित्व और व्यवहार में परिवर्तन लाता है। और आय व्यक्ति के जीवनयापन के तरीकों को प्रभावित करता है। यही कारण धनी परिवार और गरीब परिवार के जीवनयापन में बहुत अंतर देखने मिलता है।
ठीक उसी तरह शिक्षित और अशिक्षित व्यक्ति के व्यवहार में फर्क नजर आता है।
1e. जीवन प्रसंग
हर कोई जीवन में उतार-चढ़ाव को अनुभवों से सामना होता है। जीवन में कई प्रसंग ऐसे आते हैं, जो सोचने-समझने को नयी राह देते हैं। ऐसा ज्ञान किताबों से कभी नहीं मिलता। यह सिर्फ अनुभव से ही आता है।
1f. स्रोतों तक पहुँच
हमारे जीवनशेली पर प्रभाव विभिन्न स्रोतों तक हमारी पहुँच पर निर्भर रहता है। उदहारण के लिए, पैसों का अभाव में किसी की पढ़ाई छूटती है और पढाई छोड़कर मजदूरी करना पड़ता है। किसी का घर गिरवी रह जाता है। किसी को भुखे पेट सोना पड़ता।
1g. तकनीक
तकनीक का सदुपयोग से कई सारे दोहराव कार्य ऑटोमेशन से आसन बनते है। यह दुनियाभर के विचारों का एक मंच पर ला खड़ा करता है। नए वेशभूषाएं, संस्कृति, रहन-सहन के तौर तरीकों जो व्यक्तित्व में नया बदलाव लाता है।
1h. उम्र तथा जीवन का पड़ाव
बढ़ती उम्र के साथ-साथ हमारे सोच-विचार के तरीकों में परिवर्तन आते हैं। अक्सर आप पायेंगे कि, आज जिस चीज़ का ना होना अफ़सोस लगता है, सालों बाद उसी चीज़ का ना होना हमारे लिए बेहतर लगता है।
जीवन को नये तरीके से अनुभव करते हैं और उसी अनुसार स्वयं को ढालने लगते हैं। जैसे कि – बचपन में जिन खिलोनों के लिए लड़ते रहते, वही लगाव युवावस्था में छुट जाता है।
1i. परिवार एवं रिश्ते
सभी बच्चों का लालन-पालन एकजैसा नही होता। क्योंकि सबके पारिवारिक माहौल और परिस्थितियां असमान है। कई अभावों में भी खुश है, तो कोई सबकुछ पाकर भी दुःख है।
इंसान अपने आसपास के परिवेश में होने वाले व्यवहारों से बहुत कुछ सीखता है। इसलिए कहा भी गया है कि, बच्चों के पालन पोषण पर हर माता-पिता को ध्यान देना चाहिए।
2. सक्सेसफुल व्यक्तियों में होती है यह खास आदत
2a. आत्मनिर्भर रहना
सफल लोग समझते हैं कि उन्हें अपने लक्ष्य हासिल करने के लिए समर्पण के साथ कड़ी मेहनत करना होगा। दूसरों के भरोसे बैठे रहने से उतना ही आगे बढ़ पायेंगे, जितना वे उन्हें साथ राह दिखाएंगे।
पर इसका अर्थ भी यह नही कि, ये कभी किसी से भी मदद या सलाह नही लेते हैं। वे दूसरों का सहयोग भी लेते हैं, परंतु सिर्फ दूसरों के भरोसे अपने कार्यों को अधुरा नही छोड़ते हैं। वे आत्मनिर्भर बनकर स्वयं को लक्ष्य में समर्पित कर देते है।
2b. नेटवर्क बनाना
सफल व्यक्ति मजबूत सामाजिक नेटवर्क के महत्व को समझते हैं। उनका मानना है कि, अगर सफलता की लड़ाई बहुत लंबी है, तो मजबूत नेटवर्क बनाना जरुरी है।
नेटवर्क बनाने से प्रभावशाली लोग एकदुसरे से जुड़कर अनुभव, दृष्टीकोण और साझेदारी को साझाकर नए रचनात्मकता को हासिल करते हैं।
2c. कौशल पर ध्यान
पैसे होना बहुत जरुरी है, लेकिन दीर्घकालिक समय तक अपनी स्थिरता बनाये रखने के लिए, हमें अपने कौशल और विशेज्ञता को निरंतर विकास करने पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।
सक्सेसफुल लोगों का मानना है कि वित्तीय स्थिरिता ही सिर्फ अंतिम लक्ष्य नही है। कौशल भी महत्वपूर्ण है। वित्तीय लक्ष्य हमारा प्रतिफल होना चाहिए परन्तु प्राथमिकता कौशल-विकास को समर्पण और प्रतिबद्धता से विकसित होता है।
2d. अपने जीवन में रुचि लेना
सफल लोगों के निजी और पेशेवर जीवन में बहुत अच्छा संतुलन रहता है। वे रिश्तों, व्यक्तिगत विकास और स्वास्थ्य पर भावनात्मक रूप से जुड़े होते है। वे जीवन के नए अनुभवों-अवसरों को महसूस करना पसंद करते है। इन गतिविधियों से जीवन जीने का उद्देश्य अधिक रुचिकर बनता है।
2e. परिवार संग घूमना
सफलता का परिभाषा सिर्फ व्यक्तिगत उद्देश्यों और वित्तीय लाभों की पूर्ति तक सीमित नही है। परिवार, रिश्ते-नाते, दोस्त सफलता को एहसास कराने में अविश्मरानीय अनुभव देते है।
सफल लोग जानते है कि उन्हें कब तक काम में लगे रहना है, और कबतक परिवार को वक़्त देना है। वे जानते है कि काम कभी भी ख़त्म नही होने वाला है, परिवार कीमती है और इसका साथ समय गुजारना और इनका ख्याल रखना बेहद जरुरी है।
2f. हर सेकेंड कीमती
सफलता के लिए हर सेकण्ड का सदुपयोग होना चाहिए। सफल लोग अपने कार्यों की टू-डू लिस्ट बनाते हैं, और और सबसे महत्वपूर्ण कार्यों को प्राथमिकता देते हैं। उनका लक्ष्य स्पष्ट और निर्धारित रहता है।
वे जानते हैं कि किस काम का स्वयं करना है और किस कार्य को दुसरे को सौपना है। इससे वे काम पर पूरा केन्द्रित और विकर्षणों से दूर रहते हैं।
2g. प्रौद्योगिकी का उपयोग
प्रौद्योगिकीआपके कई सारे दोहराव वाले कार्यों को बेहतर और आसन बना देता है। जैसे की ईमेल मैनेजमेंट, शेड्यूलिंग, प्रोग्रेस ट्रैक, ऑटोमेशन करना बेहद आसन होता है।
इसलिए सफल लोग अपने काम की गुणवत्ता और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए टेक्नोलॉजी का अधिक से अधिक कुशलता से व्यवहार करते हैं।
2h. अनुशासित जीवन
सफलता सिर्फ भाग्य या प्रतिभा होने से ही हासिल नही होता है। अनुशासन भी निहितार्थ आवश्यक है। अनुशासन पुरे दिन के दिनचर्या को बेहतर प्रबंध करने में मदद करता है। सफललोग अनुशासित जीवन के इस महत्व को बखूबी समझते हैं।
इसी अनुशासित जीवन का दूसरा पहलु शारीरिक स्वास्थ्य भी है। व्यायाम, स्वास्थ्य आहार और पर्याप्त आराम से शरीर उर्जावान बने रहता है।
2i. कौशल में मास्टर
एक ही काम को दुनिया में लाखों लोग करते हैं। लेकिन जो लोग अपने विशेष कौशल में महारत हासिल कियें हैं, वे ही सक्सेसफुल हुयें है।
अपने कौशल में पारंगत होने के लिए सफल लोग अपने शिल्प को उत्कृष्ट बनाने के लिए कठिन प्रयास एवं अभ्यासरत रहते हैं। इनके काम करने के तरीके में जुनून नजर आता हैं। इन्हें हमेशा अधिक जानने की लालसा बनी रहती है।