क्या आपने कभी सोचा है कि, अपने राज्य के मुख्यमंत्री से किसी महत्वपूर्ण विषय पर आलोचना, विचार-विमर्श करना हो तो कैसे करेंगे..! अगर आपको नही मालुम तो आपको बिलकुल भी घबराने की जरुरत नही है. आज के इस लेख में आपको विभिन्न विषयों से संबंधित कई विषयों से जुड़े विभिन्न प्रकार के पत्रों का खजाना मिलने वाला है, जिनका उपयोग आप मार्गदर्शक के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं.
1. शिक्षा प्रणाली में सुधार हेतु मुख्यमंत्री को पत्र
प्रकाश तिवारी
तरारी, रिम रोड
दीघा,
कोडरमा
दिनांक:- 31-12-2022
मुख्यमंत्री कार्यालय
तीसरी मंजिल, परियोजना भवन
धुर्वा, रांची-834004
झारखंड, भारत
विषय:- झारखंड की शिक्षा प्रणाली में सुधार हेतु अनुरोध पत्र।
आदरणीय मुख्यमंत्री जी,
आशा है कि आपका पूरा परिवार सकुशल मंगल है. मेरे पत्र लिखने का उद्देश्य हमारे गृह राज्य झारखंड की शिक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण सुधार की तत्काल आवश्यकता की ओर आपका ध्यान आकर्षित करना है। हमारे समाज का भविष्य और बच्चों का सशक्तिकरण मूल रूप से शिक्षा से निर्धारित होता है। देखा जाय तो झारखंड बनने के बाद से ही इस क्षेत्र में काफी विकास किया गया है। परन्तु दुर्भाग्य से, हमारी स्कूली शिक्षा प्रणाली का वर्तमान परिदृश्य कई समस्याओं से घिरा हुआ है, जो बच्चों के समग्र विकास में बाधा बने हैं। अगर हम झारखण्ड के बच्चों को अन्तराष्ट्रीय स्तर में पहुँचाना चाहते है तो इन समस्याओं के समाधान पर तेजी से कार्य करना होगा।
सबसे पहले, हमारे स्कूलों के बुनियादी ढांचे को तुरंत उन्नयन की आवश्यकता है। कई ग्रामीण स्कूलों में कक्षाओं, पुस्तकालयों और प्रयोगशालाओं की कमी है। इन संस्थानों के निर्माण और रखरखाव के लिए राज्य सरकार पर्याप्त धन उपलब्ध करवाएं। दूसरा, शिक्षकों की नियुक्ति महत्वपूर्ण है। हमारे प्रदेश में लंबे समय से शिक्षकों की नियुक्ति अटका पड़ा है। अगर हम इस बाधा का निदान तुरंत कर ले तो कम शिक्षकों की समस्या से राहत मिलेगा। तीसरा, व्यावहारिक, कौशल-आधारित पाठ्यक्रमों को बढ़ावा देने से छात्रों को रणनीतिक रूप से सोचने, मुद्दों को हल करने और नवाचार विकास करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी प्रतिभाशाली व्यक्ति वित्तीय बाधाओं के कारण पीछे न रह जाए, हाशिए पर रहने वाले योग्य छात्रों को छात्रवृत्ति और प्रोत्साहन उपलब्ध कराए जाने चाहिए।
इन कारणों से, माननीय मुख्यमंत्री जी, मैं आपसे झारखंड में अपनी शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने पर गंभीरता से विचार करने का अनुरोध करता हूं। आपके प्रेरक नेतृत्व और हमारे राज्य की भलाई के प्रति समर्पण, मेरी राय में, हमारी शिक्षा प्रणाली में बड़े बदलाव लायेगा।
निवेदक,
प्रकाश तिवारी,
दीघा, कोडरमा
2. बेहतर सड़क यातायात प्रबंधन हेतु सरकार को पत्र
मनीष सिंह
मकान स:-01
मार्केट रोड
घाटशिला,
पूर्वी सिंहभूम
दिनांक :- 19-03-2022
मुख्यमंत्री कार्यालय
तीसरी मंजिल, परियोजना भवन
धुर्वा, रांची-834004
झारखंड, भारत
विषय:- जल संकट और स्वच्छता की ओर ध्यान आकर्षण हेतु अनुरोध पत्र।
आदरणीय मुख्यमंत्री जी,
इस पत्र के माध्यम से मैं आपका ध्यान राज्य के खराब सड़क निर्माण एवं प्रबंधन की ओर आपका ध्यान आकर्षित कराना चाहता हूं। सड़क अवसंरचना को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए क्योंकि यह शहर और गाँव को एक साथ जोड़ने, व्यापार और वाणिज्य को सुविधाजनक बनाने और समग्र आर्थिक विस्तार को बढ़ावा देती है।
वर्तमान में राज्य के कई प्रदेशों में सड़कों के साथ कई समस्याएं हैं। मौजूदा सड़कों का दायरा बढ़ते यातायात प्रवाह को संभालने के लिए अपर्याप्त है, और कई जगह सड़कें कम, बल्कि गड्ढों से भरा पड़ा है। नतीजन आपातकालीन सेवाएं जैसे एम्बुलेंस, अग्निशमन, सुविधाएँ निर्धारित समय पर नही पहुँच पाते हैं। इस असुविधा के कारण कई अलग-थलग दूर-दराज के समुदायों और आदिवासी क्षेत्र, सरकारी आवश्यक सेवाओं, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और रोजगार की संभावनाओं से कट जाते हैं।
इन कठिनाइयों को देखते हुए, मैं अपना राय रखना चाहूंगा कि, आप संबंधित विभाग को सड़कों के रखरखाव, गड्ढों और क्षतिग्रस्त सड़कों को पाटना के लिए जवाबदेही बनाएं। यातायात की बढ़ती मात्रा को संभालने के लिए, महत्वपूर्ण सड़क मार्गों की पहचान करके चौड़ीकरण और विस्तार परियोजनाएं शुरू करें। इससे यातायात व्यवस्था अधिक कुशल होगा।
योजनाबद्ध तरीके से अलग-थलग पड़े गांवों और आदिवासी क्षेत्रों तक सड़क बनवाया जाय। साथ ही स्कूलों, अस्पतालों और रोजगार बाजारों तक परिवहन की सबसे अधिक मांग वाले स्थानों को प्राथमिकता देते हुए नई सड़कों और पुलों का निर्माण कराया जाना चाहिए। सड़क अवसंरचना में निवेश से बेहतर कनेक्टिविटी होगी, जो आर्थिक विकास को बढ़ावा देने, निवेश आकर्षित करने और झारखंड के निवासियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करेगी।
मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप इस मुद्दे पर ध्यान दीजिए और त्वरित, निर्णायक कार्रवाई करे। मुझे पूर्ण विश्वास है कि हमारा राज्य आपके प्रेरक नेतृत्व में जबरदस्त प्रगति करेगा।
मनीष सिंह
मकान स:-01
मार्केट रोड
घाटशिला,
पूर्वी सिंहभूम
3. राज्य में जल संकट और अस्वच्छता पर मुख्यमंत्री को पत्र
शालिनी शर्मा
एस-22 मल्टीप्लेक्स
राजनगर,
सराइकेला
दिनांक:- 27-08-2022
मुख्यमंत्री कार्यालय
तीसरी मंजिल, परियोजना भवन
धुर्वा, रांची-834004
झारखंड, भारत
विषय:- जल संकट और स्वच्छता की ओर ध्यान आकर्षण हेतु अनुरोध पत्र।
आदरणीय मुख्यमंत्री जी,
मैं राज्य में स्वच्छ जल संकट और सार्वजनिक स्थानों में व्याप्त अस्वच्छता की ओर आपका ध्यान आकृष्ट कराना चाहूँगा।
वर्तमान में, हमारे राज्य में आबादी के एक बड़े हिस्से को पीने का शुद्ध पानी तक उपलब्ध नही है। कई ग्रामीण क्षेत्रों में जलापूर्ति के लिए उपयुक्त बुनियादी ढांचे की कमी है, जिसके कारण स्थानीय लोग दूषित जल स्रोतों पर निर्भर रहने के लिए मजबूर हैं। यह न केवल स्वास्थ्य के लिए गंभीर है बल्कि सामान्य सामाजिक-आर्थिक प्रगति को भी बाधित करता है।
इसके अलावा, शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में उचित स्वच्छता के अभाव के वजह से तरह-तरह के बीमारियां फैल रहें हैं। खराब स्वच्छ सुविधाओं से विशेषकर बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों का स्वास्थ्य प्रतिकूल रूप से प्रभावित होता है। इन अव्यवस्थाओं में सुधार हेतु मैं आपसे कुछ राय आपसे साझा करना चाहूँगा, जो काफी मददगार होंगे. विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में जल आपूर्ति प्रणाली में विकास और आधुनिकीकरण किया जाना चाहिए। जनता को जल संरक्षण और प्रबंधन को लेकर, स्वच्छता सुविधाओं में सुधार पर शिक्षित कराना होगा। साथ में यह सुनिश्चित किया जाय कि पानी उपभोग करने के लिए सुरक्षित है, नियमित जल परीक्षण और कड़े मानकों को लागू करें।
मैं आपसे सम्मानपूर्वक आग्रह करता हूं कि आप इस मुद्दे पर पूरी तरह से विचार करें और इन समस्याओं के निदान हेतु संभावित उपायों के कार्यान्वयन के लिए पर्याप्त संसाधन और धन आवंटित करें। मुझे उम्मीद है कि आपका अनुकरणीय नेतृत्व हमारे समाज के इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा।
निवेदक
शालिनी शर्मा
राजनगर, सराइकेला
4. लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण विषय पर मुख्यमंत्री को पत्र
अमित कुमार
44-S टॉवर
समस्तिपुर
वीआईपी रोड, माधेपुरा
दिनांक :- 21-07-2022
मुख्यमंत्री कार्यालय,
बिहार सरकार,
पटना-800001,
बिहार, भारत
विषय:- लैंगिक असमानता और महिला सशक्तिकरण को सशक्त बनाने के लिए।
माननीय,
मुख्यमंत्री महोदय
आदरणीय मुख्यमंत्री जी,
इस पत्र के माध्यम से, मैं राज्य में व्याप्त में लैंगिक असमानता और महिला सशक्तिकरण के महत्वपूर्ण मुद्दे पर आपके विचार पर प्रकाश डालना चाहूंगा। सबसे पहले, मैं सरकार के प्रयासों की सराहना करता हूं, जैसे कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान और महिला हेल्पलाइन की पहलों ने निश्चित रूप से जागरूकता बढ़ाई और उन महिलाओं की मदद की जिन्हें इसकी आवश्यकता थी।
परंतु हमें और भी सुधार की आवश्यकता है, जो महिलाओं को अधिक सशक्त बनायेगा। उन लड़कियों को वित्तीय सहायता प्रदान कराया जाए जो उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहती हैं। इनके लिए अलग कौशल विकास कार्यक्रम स्थापित होनी चाहिए, जो उनकी आर्थिक स्वतंत्रता के स्तर को बढ़ाने के लिए, वित्तीय साक्षरता, उद्यमशीलता विकास और व्यावसायिक प्रशिक्षण पर जोर दें। महिलाओं की विशेष जरूरतें जैसे कि पोषण, मातृ देखभाल और परिवार नियोजन विकल्पों तक पहुंच में सुधार होना चाहिए। महिलाओं के कैरियर विकास, नेतृत्व और उद्यमिता का समर्थन करने के लिए कार्यक्रम और प्रोत्साहन बनाएँ। स्थानीय शासन निकायों, विधायी निकायों और सरकारी एजेंसियों पर बेहतर आरक्षण कोटा उपलब्ध करवाकर महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए नीतियाँ होने चाहिए।
मुझे विश्वास है कि हम आपकी सहायता और प्रशासन की प्रतिबद्धता से बिहार में महिलाओं के लिए अधिक न्यायपूर्ण और न्यायसंगत समाज की दिशा में बड़ी प्रगति करेंगे। आपके प्रेरक नेतृत्व में बिहार निस्संदेह महिला अधिकारों और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने में अन्य राज्यों के लिए एक उदाहरण स्थापित करेगा।
निवेदक
अमित कुमार
वीआईपी रोड, माधेपुरा
5. कृषि सुधार और किसान कल्याण हेतु मुख्यमंत्री को पत्र
मोहन सिन्हा
A-5, डुमरांव,
सुपाल, बेगुसराय
दिनांक :- 01-12-2022
मुख्यमंत्री कार्यालय,
बिहार सरकार,
पटना-800001,
बिहार, भारत
विषय:- कृषि सुधार और किसान कल्याण समस्या से अवगत कराने हेतु।
माननीय, मुख्यमंत्री जी,
मैं किसानों के कल्याण तथा कृषि सुधारों की तत्काल आवश्यकता की ओर आपका ध्यान आकर्षित कराने के लिए लिख रहा हूं। एक जिम्मेदार नागरिक के रूप किसानों की कठिनाइयों का समाधान करने पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है।
हमारे राज्य के किसानों को कई बाधाओं का सामना करना पड़ता है जो उनके विकास और कृषि क्षेत्र के विकास को धीमा कर देते हैं।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि किसानों की ऋण और वित्तपोषण तक पहुंच को लेकर गंभीर चिंताए बनी हुई हैं। सख्त योग्यता आवश्यकताओं और अपर्याप्त वित्तीय सहायता तंत्र के कारण, उनमें से कई किसान ऋण प्राप्त करने में असमर्थ हैं।
मैं आपसे किसान समर्थक नीतियों को लागू करने का आग्रह करता हूं जो विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों के लिए वित्तीय सहायता सरलता से प्रदान करवाएगा । इससे वे अत्याधुनिक खेती तकनीकों, प्रीमियम बीजों, उर्वरक और उपकरणों में निवेश करने में सक्षम होंगे, जिससे अंततः उत्पादन और आय के स्तर में वृद्धि होगी। इसके लिए आप आवश्यक नीतिगत समायोजन शुरू करें और पर्याप्त धन उपलब्ध करवाएं। साथ ही आवश्यक सुधारों को लागू करने के लिए उपयुक्त कदम उठायें।
मुझे उम्मीद है कि इस क्षेत्र में आपके ईमानदार प्रयासों का राज्य के किसानों और कृषि उद्योग पर अनुकूल प्रभाव पड़ेगा।
मोहन सिन्हा
सुपाल, बेगुसराय
6. मोहल्ले की समस्या के लिए मुख्यमंत्री को पत्र
संतोष कुमार
लालगंज,
मेन मार्केट रोड
मुजफ्फरपुर
पूर्णिया
दिनांक :- 12-11-2022
मुख्यमंत्री कार्यालय,
बिहार सरकार,
पटना-800001,
बिहार, भारत
विषय:- मोहल्ले की समस्या से अवगत कराने के लिए।
माननीय, मुख्यमंत्री महोदय
मैं आपका ध्यान उन तात्कालिक समस्याओं की ओर आकर्षित कराना चाहता हूँ जिनसे जमशेदपुर में स्थित बागबेड़ा मोहल्ले के नागरिक कई समय से जूझ रहें हैं। हमारे मोहल्ले के सड़कों की स्थिति इतनी ख़राब हो चुके हैं कि आम जनता के लिए आवाजाही करना मुश्किल हो चुका है। यंहा के निवासियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए, सड़क मार्गों की तत्काल मरम्मत और नियमित रखरखाव की आवश्यकता है।
खराब अपशिष्ट प्रबंधन आसपास के अस्वच्छ वातावरण वृद्धि में योगदान दे रही हैं। नियमित रूप से कचरा उठाने और अपर्याप्त निपटान सुविधाओं की कमी के कारण सार्वजनिक क्षेत्रों में कचरा जमा हो गया है, जिससे स्वास्थ्य को खतरा है।
इसके अलावा, हमारे क्षेत्र में पानी की आपूर्ति असंगत और अपर्याप्त है। लंबे समय से पानी की कमी स्थानीय लोगों को वैकल्पिक स्रोतों पर निर्भर रहने या पानी खरीदने के लिए अत्यधिक राशि का भुगतान करने के लिए प्रेरित कर रही है।
हमारे इस मुद्दे पर ध्यान देने के लिए आपकी सराहना करता हूं। मुझे उम्मीद है कि आप हमारे मोहल्ले के स्थानीय मुद्दों को हल करने की दिशा में उचित कदम उठाएंगे।
संतोष कुमार
मुजफ्फरपुर, पूर्णिया
7. खेल क्षेत्र में निवेश हेतु मुख्यमंत्री को पत्र
अंजु देवी रानी
गोपालपुर
कोवाली थाना
पूर्वी सिंहभूम
दिनांक :- 25-01-2022
माननीय मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री कार्यालय
तीसरी मंजिल, परियोजना भवन
धुर्वा, रांची-834004
झारखंड, भारत
विषय:- खेल क्षेत्र में निवेश हेतु अनुरोध पत्र।
आदरणीय मुख्यमंत्री जी,
इस पत्र द्वारा मैं आपसे खेलों को बढ़ावा देने और खेल सुविधाओं के वित्तपोषण में आपके विचार और सहायता के लिए अनुरोध कर रहा हूं। हमारे राज्य का खेलों में एक लंबा इतिहास रहा है, जिसने बेहतरीन एथलीट पैदा किए हैं जिन्होंने हमारे देश को प्रसिद्धि दिलाई है। परंतु हमारे राज्य के खेल अवसंरचना की वर्तमान स्थिति वास्तव में चिंताजनक है।
इस समस्या से निपटने के लिए मैं कुछ अपने पक्ष आपसे समक्ष रखना चाहूंगा। खेल स्थलों जैसे स्टेडियमों, अभ्यास के मैदानों और खेल परिसरों के निर्माण और रखरखाव के लिए पर्याप्त धन अलग रखने की आवश्यकता है। ताकि खेल प्रशिक्षण केन्द्रों, स्टेडियमों को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाया जा सके। खेल के प्रति जुझारू युवा खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति और वित्तीय प्रोत्साहन दिए जाने चाहिए जो उनके असाधारण प्रतिभा को प्रेरित करते रहेंगे। हमारे राज्य को खेल और खेल के बुनियादी ढांचे में निवेश से बहुत लाभ होगा। इसके अतिरिक्त, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय एथलेटिक आयोजनों के आयोजन से पर्यटन में वृद्धि होगी, धन आएगा और हमारे राज्य की प्रतिष्ठा में सुधार होगा।
मैं खेल को बढ़ावा देने और खेल के बुनियादी ढांचे को निधि देने के लिए इन रणनीतियों को लागू करने में आपकी सहायता के लिए सम्मानपूर्वक अनुरोध करता हूं। आपके मजबूत प्रयासों का निश्चित रूप से इच्छुक एथलीटों के जीवन पर दीर्घकालिक अच्छा प्रभाव पड़ेगा।
अंजु देवी रानी
कोवाली थाना, पूर्वी सिंहभूम
8. राज्य की सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा हेतु मुख्यमंत्री को पत्र
अशोक मिश्रा
22-ए टावर
राजगीर, सिदगोड़ा
जमशेदपुर, पूर्वी सिंहभूम
दिनांक:- 09-05-2022
मुख्यमंत्री कार्यालय
तीसरी मंजिल, परियोजना भवन
धुर्वा, रांची-834004
झारखंड, भारत
विषय:- राज्य की सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा हेतु प्रार्थना पत्र।
माननीय, मुख्यमंत्री जी,
मैं आने वाली पीढ़ियों के लिए अपने राज्य की अनूठी देशी सांस्कृतिक विरासत की रक्षा करने में आपकी मदद मांगने के लिए आपको संबोधित कर रहा हूं। हमारा राज्य एक समृद्ध और विविध सांस्कृतिक धरोहर को समेटे है जो राज्य के कई स्वदेशी लोगों की आदतों, परंपराओं और कलात्मक अभिव्यक्तियों को प्रदर्शित करता है। इस सांस्कृतिक खजाने को आधुनिकता के चौकचौंध से विलुप्त होने से बचाने के लिए प्रचार और संरक्षण की ओर महत्व देना तत्काल आवश्यक है। नतीजतन, मैं हमारी सांस्कृतिक विरासत के समर्थन और सुरक्षा के लिए निम्नलिखित परियोजनाओं का सुझाव देना चाहूंगा।
राज्य के विभिन्न हिस्सों में विशेष सांस्कृतिक केंद्रों के निर्माण कराया जाय, जिससे कलाकारों और शिल्पकारों को अपने कौशल का प्रदर्शन करने के लिए एक मंच मिलेगा। ये सुविधाएँ पारंपरिक ज्ञान, वस्तुओं और कला के कार्यों के लिए अभिलेखागार के रूप में भी कार्य करेंगे। स्कूलों और कॉलेजों में सांस्कृतिक और कला शिक्षा को शामिल किया जाना चाहिए। इससे हमारी युवा पीढ़ी में स्थानीय कलाओं और सांस्कृतिक प्रथाओं के प्रति सांस्कृतिक समझ बढ़ाने का अवसर मिलेगा। स्थानीय कलाकारों, शिल्पकारों और सांस्कृतिक उद्यमियों को वित्तीय सहायता, शिक्षा और विपणन सहायता देकर, उनके कौशल और स्थानीय अर्थव्यवस्था को सहायता किया जा सकता हैं।
मुझे इसमें पूर्णतया भरोसा है कि हमारी सरकार इस दिशा में बिलकुल सकारात्मक कदम उठाएगी। इससे राज्य की सांस्कृतिक विरासत आपके प्रसिद्ध नेतृत्व में फलती-फूलती रहेगी और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।
अशोक मिश्रा
जमशेदपुर, पूर्वी सिंहभूम