मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता क्या करूं ? घर वाले बोलते बोलते थक चुके हैं, स्कूल में शिक्षक भी परेशान हैं, मैं आखिर करूँ तो करूँ क्या ?
यह परेशानी अधिकतर छात्र – छात्राओं के जीवन में ही आता है. देखिए, अगर आप वाकई में पढ़ाई करके जिंदगी सुधारना चाहते हैं, तो कृपया वक़्त देकर इस लेख को पूरा पढ़िए. यकीनन आपका जिंदगी बदलेगा.
किसी भी समस्या का स्थायी समाधान चाहिए तो समस्या के जड़ को पहचानिए.और समस्या का निराकरण कीजिए. तभी उचित समाधान मिलेगा.
यदि आपके बगीचे में कोई जंगली पौधा उगा हो, तो क्या सिर्फ पत्ते, डालियां तोड़ने से पौधा खत्म होगा….! बिलकुल भी नही ना…! आपको पौधे को जड़ से उखाड़ना होगा, तभी दोबारा नही उगेगा.

प्रस्तुति: मेरा पढ़ाई में मन क्यों नहीं लगता
तो मन अगर पढ़ाई में नही लगता, तो कंही ओर जरुर लगता होगा, यह निश्चित है ना…! क्योंकि हमारा मन शांत नही ठहर सकता, कुछ ना कुछ जरुर सोचते रहेगा.
आपके पढ़ाई में मन नही लगने का कारण इच्छाशक्ति का कमी, कंही यादों में खोये रहना, आलसीपन, मानसिक-शारीरिक कमजोरी, आदि कई कारण होंगे. मैं सारे संभावित कारण तो नही जानता, परंतु अगर आप कमेंट बॉक्स में लिखकर बताएं, तो पूरा मदद करूँगा,
कारण: पढ़ाई में मन नही लगने के कई कारण है.
◉ गलत संगति का असर होना
◉ अपने जिम्मेदारियां नही समझना
◉ बिना कुछ किये सबकुछ आसानी से मिलना
◉ किसी की याद में खोये रहना
◉ मानसिक रूप से कमजोर होना
◉ सोशल मीडिया में फंसे रहना
◉ गेमिंग का नशा होना.
समाधान: पढ़ाई में तेज कैसे बने

पढ़ाई में मन लगाना है या तेज बनना है, तो पहले अपने आप से वादा कीजिए कि, मुझे जिंदगी भर मुफ्त का रोटी नही खाना है, अपने शौक और जरूरतों को खुद पूरा करूँगा. घर के पैसे से सिर्फ पढ़ाई और सीखने पर ही खर्च करूँगा.
यह वादा जब तक अपने आप से नही कीजिएगा, मैं क्या, आपके माता-पिता और भगवान तक भी आपको समझाए नही समझेंगे. क्योंकि इंसान को कोई कितना भी समझाए, वह करता वही है, जो उसके अंतरात्मा करना चाहता है.
इसलिए यह वादा अपने आप से करना है. अपने अंतरात्मा को समझाना है. खुद से और एक वादा कीजिए के आज से 5 साल बाद मुझे अपने खर्चे के लिए परिवार पर निर्भर नही रहना है.
इस 5 साल के टारगेट को 2 साल में पूरा करने का कोशिश कीजिए. यकीं मानिए आपमें 2 साल के अन्दर बहुत कुछ बदलाव आएगा. हर सरकारी नौकरी कम से कम 8 घंटे का होता है.
जरा सोचिए, आज अगर आपसे आठ घंटे पढ़ाई नही हो पा रहा तो 60 साल तक, 8 से 10 घंटे का नौकरी कैसे कीजियेगा. तो रोज 6- 8 घंटा अपने पढ़ाई के लिए वक़्त निकालिए. दर्द तो होगा.

नियम: पढ़ाई में दिमाग तेज करने का तरीका
आइए आपको पढ़ाई में मन लगाने के तरीके बताता हूँ. जानिए सभी चौदह जरुरी बातें जिन्हें अपनाकर पढ़ाई में दिमाग तेज़ कर सकते है.
#1.डिसिप्लिन रूटीन बनाएं:-
दुनिया के सभी सक्सेसफुल लोगों का एक ही मंत्र है “डिसिप्लिन”, उनके लिए मोटिवेशन का जरूरत नही. आज इंडियन आर्मी का दुनिया लोहा मानती है. क्योंकि इंडियन आर्मी में डिसिप्लिन बहुत है.
#2.सिलेबस के हिसाब से पढ़ाई:-
दो घंटा सामने किताब लेकर बैठना पढ़ाई नही होता. उस दो घंटे में कितना कुछ सीखा, यह महत्वपूर्ण है. शुरुवात चुनौतीपूर्ण जरुर होगा, लेकिन प्रयास करें कि जो दो घंटे का समय किताब में दे रहे, उससे बहुत सिखने मिले.
#3.स्वास्थ्य पर ध्यान:-
स्वास्थ्य शरीर पर ही स्वास्थ्य मन का वास होता है. समय-समय पर योग और कसरत जरुर करें. अधिक मसालेदार भोजन से परहेज करें. ध्यान लगाने से मानसिक तनाव कम होता है. कसरत से शरीर में तंदरुस्ती और लचीलापन रहता है. इससे आप हमेशा एक्टिव रहेंगे.
#4.सही संगति चुनिए:-
वैसे लोगों से मिलजुल कर रहिए, जंहा कुछ नया सिखने मिले. टाइमपास करने वाले लोगों से दूर रहिए. नशाखोर दोस्तों से दुरी बनाएं.
#5.अच्छी आदतें अपनाएं:-
हमेशा सूर्योदय से पहले उठने का आदत बनाएं. रोज समय पर नहाना-धोना कीजिए. समय पर भोजन ग्रहण करें.

#6.बोल बोलकर पढ़ाई करें:-
एकदम मन ही मन में पढ़ाई करने से हमारा मन में अचानक दुसरे ख्याल भी आने लगते हैं. और जोर जोर से पढ़ने से दिमाग में जाता नही, उल्टा बाकीसब डिस्टर्ब होते है. तो धीरे धीरे बोलकर पढ़ाई का आदत बनाए, इससे आपको चीज़े जल्दी समझ आएगा.
#7.किताबी कीड़ा नही बनना:-
हर वक़्त किताबों में घिरे रहना भी सही नही. थोड़ा बाहर घूमें. इससे मन रिफ्रेश होता है.
#8.पढ़ने के तुरंत बाद स्मार्टफोन चलाना:-
पढ़ाई ख़त्म होने के तुरंत बाद स्मार्टफोन, टीवी, गाने आदि बिलकुल मत चलाए. क्योंकि इससे पढ़ा हुआ सभी मन से निकल जाएगा. पढ़ाई के बाद एक-दो घंटा शांत बैठिए. पढ़ा चीजों को मन में ही हल्का दोहराए. उसके बाद ही दुनिया के चीजों में ध्यान दीजिए.
#9.नम्रता से सीखिए:-
कूड़ेदान को रोज साफ़ नही रखेंगे तो एक दिन कूड़ेदान भर जायेगा और दुर्गन्ध फैलाएगा. जब पढ़ाई के डाउट का सलूशन समय पर नही निकलते है, तो एक दिन सारे डाउट मिलकर पढ़ाई को बोझ बनाते है. तो नम्रता से ज्ञान जंहा से भी मिले, सीख लेना चाहिए. शिक्षक, बन्धु, दोस्तों से मदद मांगने पर हिचकिचाएं नही.
#10.रोज सुबह टारगेट बनाए:-
सुबह पढ़ाई शुरू करने से पहले एक लिस्ट बनाएं कि आज दिनभर में क्या क्या पढ़ना है, और सबसे पहले इस टारगेट को पूरा करने का कोशिश करें, उसके बाद ही मोजमस्ती का सोचें.
रात को सोने से पहले इस लिस्ट में देखे कि आपने क्या क्या टास्क पूरा हुआ है. शुरुवात में कभी कठिन बने तो कभी सरल बनेगा. बाद में आपको समझ आएगा कि टारगेट कितना बनाना है.
#13.शोर्ट नोट्स बनाइए:-
शोर्ट नोट्स पढ़ाई के साथ महत्वपूर्ण है. यह रिवीजन में बहुत काम आएगा. शोर्ट नोट्स किसी भी टॉपिक का निचोड़ होता है. जंहा मुख्य बिन्दुओं के हिंट्स को समझकर पूरा चैप्टर तुरंत रिवीजन होता है.

#11.स्मार्टफोन से दुरी जरुरी:-
स्टडी टाइम में आसपास फ़ोन बिलकुल मत रखिए. सोशल मीडिया नोतिफीकेशन और डाटा ऑफ रखिए. जिसे बहुत इम्पोर्टेन्ट लगेगा, वह कॉल जरुर करेगा. मेसेज करके आपके रिप्लाई का इंतज़ार में बैठे नही रहेगा.
#12.रिविजन जरुरी:-
अधिक समयतक पढ़ाई को याद रखने के लिए रिविजन महत्वपूर्ण है. पुरे सप्ताह के पढ़ाई को सप्ताह के अंत में, और पुरे महीने के पढ़ाई को महीने के अंत में रिविजन जरुर करें.
#14.ग्रुप चर्चा जरुर करें:-
जब दोस्तों संग गप्पे कर ही रहे तो बेहतर होगा कि पढ़ाई पर भी कभी-कभार ग्रुप चर्चा कर लीजिए. इसे Healthy Discussion भी कह सकते है.
अपने पढ़ाई को दोस्तों के साथ साथ नार्मल बातचीत करते हुए भी चर्चा कर सकते है. ऐसे ग्रुप डिस्कशन से कांसेप्ट ज्यादा समझ आता है, और लम्बे समय तक याद रहता है.
अंतिम पंक्ति: पढ़ाई में मन को लेकर अन्य दुविधा…!-
मुझे उम्मीद है कि आपके “मेरा पढ़ाई में मन नही लगता क्या करूं” सवाल का समाधान हो चुका हो तो इन विचारों को अमल में जरुर लाएं.हम आपके बेहतर भविष्य का कामना करते हैं. अगर आपके अन्य दुविधाएं है, तो जरुर कमेंट कीजिए. साथ ही यह पोस्ट आपके समस्याओं का अगर समाधान किया तो जरुर बताएं, अगर नही हुआ तो जो कमी हो वह भी बताएं.
bahut hi acchi jankari sir thank you aap aise hi hamare liye jankari late rahiye