गंगा नदी तंत्र मानचित्र |Origin Of Ganga River Map

गंगा नदी तंत्र मानचित्र से जुड़े कई चित्र इन्टरनेट पर मिलेंगे, परन्तु सटीकता नही मिलेगा. आज हम Ganga River Map को सटीकता से प्रस्तुत किए हैं. उम्मीद है कि आपको आसानी से चित्र देखते ही गंगा नदी का नक्शा समझ आये.

1. परिचय

गंगा जल निकासी की दृष्टि से विश्व की तीसरी सबसे बड़ी नदी और भारत की सबसे बड़ी नदी है। यह नदी हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण और पवित्र नदी है और इसका उपयोग परिवहन और सिंचाई के लिए भी किया जाता है। इसके तट किनारे दस लाख से अधिक लोग रहते हैं। चूंकि भारत में गंगा नदी का बहुत महत्व है, इसलिए हम गंगा नदी के नक्शे की उत्पत्ति और गंगा नदी के इतिहास को देखते हैं।

गंगा नदी के उद्गम से जुड़े प्रश्नों के उत्तर, प्रश्न पूछने के तरीके पर निर्भर करता है कि प्रश्न Subjective है या Objective ? और Objective में Option पर भी निर्भर करता है.इसलिए इस Article में आपके Doubts को Clear करने कि कोशिश करूँगा.

नदी का नाम “गंगा नदी” का अस्तित्व, देवप्रयाग में भागीरथी और अलकनंदा के मिलन के उपरांत आता है. वहीँ हिन्दू पौराणिक मान्यताओं के अनुसार गंगा नदी के प्रवाह का मुख्य स्रोत भगीरथी नदी को माना जाता है. इसलिए भगीरथी नदी के उद्गम स्थल को ही, गंगा नदी का उद्गम स्थल माना गया है.

2. भगीरथी नदी

Ganga-river-origin-details

3. अलकनंदा नदी

अलकनंदा नदी के नामकरण का व्याख्या कहीं–कहीं अलग है.

पहला यह कि, बद्रीनाथ के सतोपत हिमानी से निकलने वाले नदी को विष्णु गंगा नदी कहा जाता है, और विष्णु प्रयाग में धौलीगंगा नदी से मिलकर अलकनंदा नदी के नाम से प्रवाहित होती है.

दूसरा यह कि, अगर आप Google Maps में देखे तो सतोपत हिमानी से निकलने वाली नदी को विष्णु गंगा नदी ना कहकर अलकनंदा नदी ही कहा जाता है.

ये भी हो सकता है कि, बाद में विष्णु गंगा नाम को बदलकर अलकनंदा ही रखा गया हो. बस यही शुरुवात के नामकरण में थोड़ा अंतर है. अगर आपको इससे जुड़ी को Authentic Source मिले तो comment section में लिखना ना भूलें.

मै दुसरे तथ्य से आगे वर्णन करूँगा, ताकि आपको समझने में आसानी हो.

संतोपत से अलकनंदा नदी निकलने के बाद, अपने सहायक सरस्वती नदी से केशव प्रयाग में मिलती है. हालाँकि पांच प्रयागों को ही मुख्य माना जाता है. इसीलिए केशव प्रयाग का जिक्र गंगा नदी के वर्णन में कम ही आता है.

यंहा से आगे बढ़ते हुए विष्णु प्रयाग में धौलीगंगा नदी, अलकनंदा नदी का सहायक नदी बन जाती है.

विष्णु प्रयाग के उपरांत नंदप्रयाग में नंदाकिनी नदी, कर्ण प्रयाग में पिंडार नदी, रूद्र प्रयाग में अलकनंदा नदी सहायक नदियाँ बन जाती है.
और अंत में देव प्रयाग में भगीरथी नदी के साथ मिल कर गंगा नदी का उद्भव होता है.

4. प्रयाग क्या होता है

प्रयाग का अर्थ– दो नदियों के संगम स्थली को प्रयाग कहा जाता है. यंहा सिर्फ पांच मुख्य प्रयागों को ही प्रमुखता दिया गया है:-
विष्णु प्रयाग
नन्द प्रयाग
कर्ण प्रयाग
रूद्र प्रयाग
देव प्रयाग
निष्कर्ष

गंगा नदी भारत की सबसे महत्वपूर्ण नदियों में से एक है, जिसे “जीवन की नदी” और “माँ गंगा” के रूप में जाना जाता है। उत्तराखंड में गंगोत्री ग्लेशियर से समुद्र तल से 7,500 फीट की ऊंचाई पर निकलती है, यह अपनी सहायक नदी से मिलने से पहले पांच राज्यों के माध्यम से 2,510 मील से अधिक बहती है जो पूर्वी तट पर बंगाल की खाड़ी में विलीन हो जाती है।

5. गंगा नदी से संबंधित प्रश्न

1. गंगा नदी के तट पर कौन सा राज्य बसा है ?
गंगा नदी भारत में क्रमश उत्तराखंड , उत्तरप्रदेश , बिहार, झारखण्ड और पश्चिम बंगाल से होकर गुजरती है।

2. गंगा नदी एवं सहायक नदियों में वर्ष भर पानी क्यों रहता है ?
हिमालय से उद्गम होने के कारण गंगा नदी में वर्ष भर पानी रहता है।

3. गंगा नदी के किनारे ग्रीन बेल्ट की क्या नियम है ?
नदियों को प्रदुषण से बचाने के लिए नदी किनारों पर पौधा रोपण कराना, ग्रीन बेल्ट का नियम है।

4. गंगा नदी के पानी में कौन सा जीवाणुरोधी एजेंट पाया जाता है ?
बैक्टीरियाफगेस।

5. गंगा नदी उत्तरप्रदेश के कितने जिलों से होकर गुजरती है ?
27 जिलों।

6. गंगा नदी बिहार के कितने जिलों से होकर गुजरती है ?
बिहार में बक्सर जिले से प्रवेश करते हुए, भोजपुर, सारण, पटना, वैशाली, समस्तीपुर, बेगुसराई, लखीसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर और अंततः कटिहार से होकर कुल 12 जिलों से गंगा नदी गुजरती है।

7. गंगा नदी पश्चिम बंगाल के कितने जिलों से होकर गुजरती है ?
मालदा जिले से प्रवेश करके, गंगा मुर्शिदाबाद जिले में बहती है। बांग्लादेश में प्रवेश से पहले गंगा नदी फरक्का बांध पर विभाजित होती है। विभाजित गंगा पश्चिम बंगाल में भगीरथी, कटी गंगा, हुगली, वही बांग्लादेश में पद्मा नदी कहलाती है। घुमावदार बहाव के कारण पद्मा नदी, कई बार पुनः पश्चिम बंगाल में प्रवेश करती है, लेकिन अंततः बंगलादेश से होकर ही बंगाल की खाड़ी पर संगम होता है। ग्रीष्मकाल में कोलकाता बंदरगाह में गाद जमाव समस्या रोकने के लिए हुगली नदी का निरंतर बहाव आवश्यक है। इसीलिए अतिरिक्त जल प्रवाह के लिए फरक्का बांध पर गंगा का विभाजन किया गया।

8. गंगा नदी झारखण्ड के कितने जिलों से होकर गुजरती है ?
झारखण्ड में सिर्फ साहेबगंज जिले से होकर गंगा गुजरती है ।

3 Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *